प्रयोगशालायें

“स्वाध्याय का वर्ग प्रयोग होना चाहिए” अर्थात यदि दो घंटे अध्ययन या स्वाध्याय करते हैं, तो चार घंटे प्रयोग होना चाहिए। – आचार्य श्री विद्यासागर जी

नवीन अवधारणों को स्वयं प्रयोग करके सीखने से छात्राओं के ज्ञान का विकास सही दिशा में सही तरीके से होता है। विभिन्न विषयों में छात्राओं की समझ बढाने के लिए प्रयोगशालाएं एक विशेष स्थान प्रदान करती हैं।

छात्राओं का शारीरिक, मानसिक, तकनीकी, शैक्षणिक व अध्यात्मिक विकास करने हेतु प्रतिभास्थली में भौतिक विज्ञान प्रयोगशाला, रसायन प्रयोगशाला, जीवविज्ञान प्रयोगशाला हैं जहाँ पर छात्राएं सूचनाओं को एकत्रित करने के बाद प्रयोग तथा अवलोकन के आधार पर पूर्व निर्धारित नियमों का सत्यापन करती हैं, तथा नवीन संकल्पनाओं की खोज करती हैं।

साथ ही साथ यहाँ संगणक प्रयोगशाला, सामाजिक विज्ञान प्रयोगशाला, गणित प्रयोगशाला, पाकशाला, दृश्य-श्रव्य कक्ष के साथ यहाँ योगशाला भी हैं।
संगणक प्रयोगशाला कंप्यूटर एडेड लर्निंग के लिए बनाई गई है। यह छात्राओं को आधुनिक तकनीक का ज्ञान कराने के लिए हाई टेक सुविधा भी प्रदान कराता है। यहाँ कंप्यूटर शिक्षा सभी को अनिवार्य रूप से प्रदान की जाती है।